क्लब गतिविधियाँ
Thur Dec 7 2017 , 13:28:16

नवोदय विद्यालय समिति

Navodaya Vidyalaya Samiti

( An Autonomous Body Under MHRD ) Government Of India

जवाहर नवोदय विद्यालय

Jawahar Navodaya Vidyalaya Shimla

क्लब गतिविधियाँ

एक्सट्रा करिकुलर गतिविधियां वास्तविक विश्व संदर्भ के साथ अकादमिक कौशल को सहसंबंधित करने का अवसर प्रदान करती हैं। चुनिंदा और रचनात्मक पाठ्यक्रम बच्चों को बेहतर सामाजिक कौशल, क्रिटिकल थिंकिंग और टीमवर्क सीखने की सुविधा प्रदान करते हैं। अध्ययन से पता चलता है कि बच्चे सह-पाठयक्रम अभ्यास में रुचि लेते हैं, मूल्यांकन में वृद्धि होती है।

 

 

 

Extracurricular activities render an opportunity to correlate academic skills with the real world context. Featured & creative curriculum facilitate children to learn better Social skills, Critical Thinking & Teamwork. Studies shows children take an interest in co-curricular exercises have enhancement in the evaluations.

 

  

          बच्चों में जीवन कौशल बढ़ाने के लिए क्लब की गतिविधियाँ:

  1. इसका श्रेय उन कौशलों को दिया जा सकता है, जो वे अपने शौक और वर्ग की गतिविधियों, बेहतर संगठनात्मक कौशल और अपने आत्मसम्मान को बढ़ावा देने के लिए बेहतर समय प्रबंधन के रूप में सीखते हैं।

     

    क्लबों में सीखी गई क्षमताओं, उदाहरण के लिए, चर्चा को कक्षा में भी जोड़ा जा सकता है, साथ ही साथ छोटे मस्तिष्क यह पता लगाता है कि बेहतर संवाद कैसे किया जाए।

     

    वे बेहतर प्रशासन क्षमता वाले पाए गए और यह पता लगाया कि अपने सहयोगियों के साथ पसंदीदा व्यक्तियों से कैसे संबंध रखें।

     

    कई गतिविधियां वादे की भावना देती हैं क्योंकि बच्चे जो भी खेल या क्लब आंदोलन में भाग लेते हैं, उन्हें उस पर ध्यान केंद्रित करने और प्रतिबद्धता के साथ अपनी एकाग्रता देने की आवश्यकता होती है।

     

    बच्चे नए लोगों के साथ मिलते हैं और समय बिताते हैं, इसलिए नई दोस्ती बनाते हैं

 

 

 

Club Activities To Enhance Life Skills In Children :

  1. This can be attributed to skills they learn such as better time management to accommodate their hobbies and class activities, better organizational skills and a boost in their self-esteem.
  2. Abilities learnt in clubs, for example, discussion can be connected in the classroom as well, as the tiny brain figure out how to communicate better.
  3. They were found to have better administration abilities and figured out how to relate preferred with their associates over the individuals who didn’t.
  4. The numerous activities give feeling of promise as kids participate in whatever sports or club movement they participate, they need to focus on it and give their concentration with commitment.
  5. Children meet and spend time with new people, hence forming new friendships 

     

 

 

निम्नलिखित क्लब गतिविधियाँ जे.एन.वी. भिण्ड(मध्य प्रदेश):

  1. फाइन एंड परफॉर्मिंग आर्ट क्लब इको क्लब 3. साइंस क्लब 4. मैथ्स क्लब 5. लिट्रल क्लब 5. एक भारत श्रेष्ठ भारत क्लब 6. स्पोर्ट्स क्लब

Following Club Activities run in J.N.V. Bhind(M.P.) :

1. Fine and Performing Art Club

 (फाइन आर्टस एंड परफोर्मिंग क्लब )

 

 

2. Eco club

 (एको क्लब)

 

 

3. Science Club 

 (विज्ञानं क्लब)

 

 

4. Maths Club

 (गणित क्लब)

 

 

5. Litrary Club 

 

 (लिटरेरी क्लब)

 

5. Ek Bharat Shresth Bharat Club

 (एक भारत श्रेष्ठ भारत क्लब)

 

 

6. Sports Club

(खेलकूद क्लब)

 

7. Computer Club (कम्प्यूटर क्लब)   

 

 


                                                                                                                                     

विज्ञान क्लब 

विज्ञान क्लब का निर्माण छात्रों में विज्ञान के विभिन्न गतिविधियों के प्रति रुचि उत्पन्न करने उनमें वैज्ञानिक सोच का विकास करने तथा उनकी उत्सुकता को एक सही दिशा प्रदान करने के लिए किया गया है। इसके सदस्य विभिन्न वैज्ञानिक गतिविधियों के द्वारा प्रकृति एवं मानव विकास के विभिन्न गतिविधियों को नियोजित एवं संचालित करते हैं। 21वीं सदी के बेहतर भारत के निर्माण में उनके द्वारा किए गए क्रियाकलाप मील का पत्थर साबित होंगे। जवाहर नवोदय विद्यालय भिंड का विज्ञान क्लब भारत सरकार के स्वायत्त संस्थान विज्ञान प्रसार के विज्ञान प्रसार नेटवर्क आफ  साइंस क्लब द्वारा प्रमाणित एवं निर्देशित है। क्लब का संक्षिप्त परिचय निम्न प्रकार से है-

नाम- भिंड साइंस रिकर्स                   

क्लब आईडी- VP- MP0254

क्लब के सदस्यों का विवरण-

क्रम संख्या

नाम

पद

क्लब का पद

1

श्री डॉ ए के तिवारी

प्राचार्य जवाहर नवोदय विद्यालय भिंड

निर्देशक एवं सलाहकार

2

श्री एफ यू खान

उप प्राचार्य जवाहर नवोदय विद्यालय भिंड

सह निर्देशक एवं सलाहकार

3

श्री रोहित राठौर

पीजीटी भौतिकी

कोऑर्डिनेटर

4

श्रीमती शीला तिवारी

पीजीटी रसायन विज्ञान

सह कोऑर्डिनेटर

5

श्रीमती निष्ठा

पीजीटी जीव विज्ञान

सदस्य

6

विद्यालय के छात्र

छात्र

सदस्य एवं कार्यकर्ता

 

क्लब की विभिन्न गतिविधियां- विज्ञान क्लब में विभिन्न गतिविधियां संचालित की जा रही हैं जिनमें प्रमुख रूप से एस्टॉनोमिकल टेलीस्कोप के माध्यम से खगोलीय घटनाओं का दर्शन एवं अध्ययन प्रमुख रूप से है। इसके अतिरिक्त क्लब की गतिविधियों के अंतर्गत विभिन्न प्रकार के क्रियाकलाप किए जा रहे हैं जिनमें विपिनेट द्वारा विशेष रुप से आयोजित लेक्चर श्रंखला जिसमें वैक्सीन निर्माण, हमारा यूनिवर्स मैटर और फोर्स पर लेक्चर वाटर कंजर्वेशन पर लेक्चर, सूर्य ग्रहण के दौरान सुरक्षित तरीके से सूर्य दर्शन, विज्ञान दिवस का कार्यक्रम तथा टॉय निर्माण आदि प्रमुख रूप से क्रियाकलाप किए गए। क्लब के सदस्य प्रधानमंत्री के आत्मनिर्भर भारत के अभियान को आगे बढ़ाने के लिए सतत रूप से क्रियाशील है। खिलौनों के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनने के भारत सरकार के प्रयास में भी विशेष रुप से योगदान दिया जा रहा है। इसके अतिरिक्त क्लब के विभिन्न सदस्य छात्रों ने अंतर्राष्ट्रीय विज्ञान महोत्सव 2020 में भी वर्चुअल तरीके से सक्रिय रूप से भाग लिया तथा अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। शिक्षक एवं छात्र सीएसआईआर द्वारा आयोजित विभिन्न गतिविधियों में भी समय-समय पर भाग लेते रहते हैं तथा विज्ञान की दिशा में होने वाले अभिनव प्रयोगों से परिचित होते रहते हैं।

इस प्रकार यह क्लब भिंड जिला में विज्ञान के प्रचार प्रसार के लिए सेवारत हैं।

 

 

 

 

                                                                                                                                    सामाजिक विज्ञान क्लब एक परिचय:-

              

 सामाजिक विज्ञान क्लब द्वारा शैक्षणिक वर्ष में सामाजिक विज्ञान विषय के प्रति छात्रों की रुचि को बढ़ाने का कार्य किया जाता है। यह क्लब अपनी गतिविधियों के माध्यम से छात्रों को आसपास के सामाजिक वातावरण से जोड़कर उन्हें उनके सामाजिक कर्तव्यों को पूरा करने के लिए प्रेरित करता है।

 

*सामाजिक विज्ञान क्लब प्रमुख उद्देश्य:-

 

विद्यालय में सक्रिय सामाजिक विज्ञान क्लब का उद्देश्य निम्नलिखित है:-

  1. छात्रों के बीच सामाजिक विज्ञान विषय के प्रति जागरूकता का विकास करना।
  2. छात्रों को सामाजिक महत्व के विषयों पर विचार-विमर्श हेतु प्रेरित करना।

3.सामाजिक विज्ञान विषय द्वारा विभिन्न सामाजिक समस्याओं के बारे में एक    

   सकारात्मक सोच को छात्रों के अंदर विकसित करना।

4.भविष्य में रोजगार प्राप्ति के लिए सामाजिक विज्ञान विषय के महत्व को बताकर छात्रों

    को सामाजिक विज्ञान विषय के गहन अध्ययन हेतु मार्गदर्शन प्रदान करना।

 

*सामाजिक विज्ञान क्लब के प्रमुख सदस्यों का नाम पद नाम सहित:-

संरक्षक - डॉ. ए के तिवारी (प्राचार्य )

 

 

 

उप संरक्षक-  श्री एफ यू खान ( उप प्राचार्य )

अध्यक्ष- श्री डीके सिंह (पीजीटी इतिहास)

उपाध्यक्ष- श्रीमती शशि बघेल (टीजीटी सामाजिक विज्ञान)

सदस्य-  सामाजिक विज्ञान विषय में रुचि रखने वाले विद्यालय की छात्र   

 

*उपसंहार -   इस प्रकार सामाजिक विज्ञान क्लब का गठन विद्यार्थियों में सामाजिक विज्ञान विषय के प्रति रुचि उत्पन्न करने एवं सामाजिक विज्ञान विषय को सरलता से समझने एवं दैनिक जीवन में समस्या समाधान में सामाजिक विज्ञान विषय की उपयोगिता से अवगत होने में विद्यार्थियों के लिए लाभदायक सिद्ध होगा।                                                                                                        

 

 

संगीत क्लब

  1. भूमिका- सामान्यतः संगीत को एक मनोरंजनात्मक विषय के रूप में जाना जाता है प्राथमिक स्तर से ही इस विषय के संबंध में विद्यार्थियों के ऐसे विचार बन जाते हैं दूसरी ओर यह भी स्थिति है कि संगीत विषय की ओर बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं आकर्षित होते हैं| इस विरोधाभास का प्रमुख कारण है कि संगीत विषय को कठिन भी माना जाता है और सरल भी वहीं जहां सुगम संगीत जैसे भजन, गीत, फिल्मी संगीत, सरल विषय के रूप में लिया जाता है वहीं शास्त्रीय संगीत एक कठिन रूप में जाना जाता है मगर अपनी अपनी पसंद से सभी को संगीत विषय मनोरंजनात्मक ही लगता है। शास्त्रीय संगीत यानी शास्त्र युक्त संगीत जिसका एक अपना ही इतिहास है इसमें एक बहुत ही सूक्ष्म ध्वनियो  का महत्व है क्योंकि संगीत विषय ध्वनी शास्त्र पर ही आधारित है शास्त्रीय संगीत में विद्यार्थियों की अभिरुचि बढ़ाने के लिए ही सुगम संगीत का निर्माण किया गया जिसमें पंडित विष्णु नारायण भातखंडे एवं पंडित विष्णु दिगंबर पलुस्कर जी ने विशेष योगदान दिया ।
  2. क्लब की गतिविधि- संगीत विषयक मनोरंजन से भरपूर विषय है मगर स्कूल स्तर पर संगीत विषय एक सूक्ष्म रूप ही ले पाता है क्योंकि संगीत एक अलग विषय के रूप में ही एवं लगातार अभ्यासआत्मक विषय के रूप में ही जाना जाता है मगर फिर भी स्कूल स्तर पर जितना पाठ्यक्रम निर्धारित होता है वही पाठ्यक्रम के आधार पर हम संगीत विषय में अलग-अलग स्पर्धाओं जैसे गायन प्रतियोगिता, वादन प्रतियोगिता, नृत्य प्रतियोगिता, के माध्यम से स्कूल स्तर पर हम संगीत को महत्व दे सकते हैं|
  3. संगीत क्लब की उपयोगिता- संगीत क्लब के द्वारा संगीत विषय के अध्ययन को बल और उद्दीपन प्रदान किये जाते है इसमें वही विध्यार्थी शामिल होते हैं जो कि वास्तव में संगीत विषय में रुचि रखते हैं तथा संगीत विषय का वह स्वरूप जानना चाहते हैं जो कि कक्षा कार्य से भिन्न होता है इसमें उन आयोजनों को अवसर दिए जाते हैं जो कि उसके सदस्यों की इच्छा के अनुरूप हैं संगीत क्लब एक ऐसा आदर्श मंच प्रदान करता है जिसमें संगीतिक गतिविधियों तथा विचारों का स्वतंत्र आदान-प्रदान हो सकता है इसमें संगीतिक  विचारों की स्पष्ट समालोचना के लिए अवसर मिलते हैं संगीत विषय एक ऐसा विषय है जिसमें व्यक्ति एक अलग छवि एवं ख्याति प्राप्त करता है|
  4. संगीत क्लब का गठन-

 संरक्षक- डॉ. ए .के. तिवारी (प्राचार्य)

उप संरक्षक -श्री एफ .यू .खान( उप प्राचार्य)

अध्यक्ष- श्री खलील खान (संगीत शिक्षक)

उपाध्यक्ष- सुश्री रश्मि सोनी (कला शिक्षक)

 सदस्य -संगीत विषय में रुचि रखने वाले सभी छात्र छात्राएं

  1. उप संहार- इस प्रकार संगीत विषय का गठन विद्यार्थियों एवं स्कूल स्तर पर संगीत विषय को बढ़ावा देने एवं विद्यार्थी एवं संगीत से संबंधित विषयों को लाभप्रद बनाने के लिए किया जाता है

            छात्राएं।

 

                                                                                                                                             

कम्प्यूटर क्लब

 

कंप्यूटर ने समाज के सभी क्षेत्रों में अपनी उपयोगिता प्रस्तुत की है, और अब प्रौद्योगिकी, नवाचार और  आर्थिक क्रियाकलापों के बीच एक स्पष्ट लिंक  है। आधुनिक जीवन के सभी पहलुओं में प्रौद्योगिकी के बढ़ते उपयोग के साथ, कौशल, ज्ञान और कंप्यूटिंग की समझ जो कंप्यूटर विज्ञान, आईटी और डिजिटल साक्षरता को शामिल करती है, समाज में पूरी तरह से भाग लेने में सक्षम होने के लिए बहुत आवश्यक है। 

उद्देश्य:• छात्रों और कर्मचारियों को न केवल आईटी और प्रोग्रामिंग में तकनीकी कौशल की एक विस्तृत श्रृंखला में मदद करने के लिए अपितु उन्हें इसमें सक्षम बनाने हेतु ।• अपने स्वयं के शिक्षा, रोज़मर्रा के जीवन और भविष्य के रोज़गार के लिए उनके द्वारा सीखे गए कौशल के सुरक्षित, उद्देश्यपूर्ण और जिम्मेदार अनुप्रयोग की समझ विकसित करना। 

क्लब की गतिविधियों:• एक निश्चित समय सीमा में कंप्यूटर से संबंधित विषयों की एक निश्चित मात्रा जानें।• जेएनवीएसटी फॉर्म भरने में ग्रामीण क्षेत्रों के छात्रों की मदद करें।• सीखी गई गतिविधियों पर प्रतियोगिता का आयोजन करना।• जागरूकता और डिजिटल साक्षरता को चलाने के लिए हर साल 2 दिसंबर को विश्व कंप्यूटर साक्षरता दिवस का निरीक्षण करें।• नवोदय विद्यालय समिति द्वारा आयोजित विभिन्न प्रतियोगिताओं में भाग लेने के लिए आईटी मॉडल तैयार करना।• स्कूल स्तर पर संगोष्ठी का आयोजन।• मिनी व्याख्यान और चर्चा।    

नेतृत्व:संरक्षक – डॉ. ए. के. तिवारी (प्राचार्य)सह संरक्षक - श्री एफ. यू. खान (उप-प्राचार्य)अध्यक्ष – श्री. अनिल कांत (पीजीटी सी.एस.)अपाध्यक्ष – एफ.सी.एस.ए.सदस्य - जेएनवी भिंड (म.प्र.) के सभी इच्छुक छात्र

 

 

 

गणित क्लब

  1. भूमिका -          सामान्यत:  गणित को एक कठिन विषय के रूप में जाना जाता है प्राथमिक स्तर से ही इस विषय के संबंध में विद्यार्थियों के ऐसे विचार बन जाते हैं | दूसरी ओर यह भी स्थिति है कि गणित विषय की ओर विद्यार्थी बड़ी संख्या में आकर्षित होते हैं |  इस विरोधाभास का प्रमुख कारण यह है कि गणित को कठिन मानते हुए भी विद्यार्थी इस विषय का चयन इसकी व्यवहारिक उपयोगिता के कारण करते हैं |जीवन में गणित के महत्व को सभी समझते हैं फिर भी इसकी उपयोगिता इसको आकर्षक नहीं बना सकी | गणित प्रतीकों का शास्त्र है, इसमे सूक्ष्म तत्वों की प्रधानता है । विद्यार्थी स्कूल जगत के ज्ञान को आसानी से आत्मसात कर लेते हैं किंतु उन्हें गणित के सूत्र तत्वों को समझने में कठिनाई होती है । गणित में विद्यार्थियों की अभिरुचि बढ़ाने के लिए इसमे मनोरंजन को सम्मिलित किया जाना आवश्यक है इससे इसकी सूक्ष्मता से होने वाली कठिनाई को कम करना संभव है । कक्षा अनुदेशन में मनोरंजन को पर्याप्त रूप से शामिल करना मुश्किल है। मनोरंजन हेतु उपयुक्त और औपचारिक संगठन गणित क्लब है। अत: गणित विषय को अधिक रुचिकर बनाने के लिए गणित क्लब का गठन आवश्यक है । क्लब स्वयं तो गणित में अभिरुचि की वृद्धि और उसका अनुरक्षण करता है साथ ही उपर्युक्त क्रियाओं के आयोजन के लिए सार्थक मंच भी है क्योंकि इनका आयोजन आवश्यकता के अनुरूप कक्षा शिक्षण के अंतर्गत नहीं किया जा सकता |
  2. क्लब की गतिविधि - मनोरंजन के लिए खेल क्रीड़ा पहेलिका , प्रश्नोत्तरी क्रियाएं उपलब्ध हैं किंतु अनुदेशन में इन क्रियाओं को नियमित रूप से पर्याप्त समय दे पाना संभव नहीं है। इनका आयोजन गणित क्लब के द्वारा ही किया जा सकता है | इन के आयोजन से गणित शिक्षण की नीरसता कम करने में सहायता मिल सकती है सभी विद्यार्थी खेलो और क्रीड़ाओं को पसंद करते हैं। गणितीय पहेलियो  ,कूट प्रश्नों और प्रतिस्पर्धाओ में ये  सब बातें होती हैं। यदि क्लब के द्वारा आयोजित इन क्रियाओं का संदर्भ कक्षा शिक्षण में दिया जाए और इनकी सहायता, समस्याओं के समाधान में की जाए तो गणित में  विद्यार्थियों की अभिरुचि में आवश्यक वृद्धि की जा सकती है |            
  3. गणित क्लब की उपयोगिता -  गणित क्लब के द्वारा गणित के अध्ययन को बल और उद्दीपन प्रदान किए जाते हैं इसमें वही विद्यार्थी शामिल होते हैं जो कि वास्तव में गणित में रुचि रखते हैं तथा विषय का वह स्वरूप जानना चाहते हैं जो कि कक्षा कार्य से भिन्न होता है|  इसमें उन आयोजनों को अवसर दिए जाते हैं जो कि उसके सदस्यों की इच्छा के अनुरूप हो|  गणित क्लब  ऐसा आदर्श मंच प्रदान  करता है जिसमें  गणितीय विचारों का स्वतंत्र आदान-प्रदान हो सकता है|  इसमें गणितीय विचारों की स्पष्ट समालोचना के लिए अवसर मिलते हैं|  गणित क्लब  ऐसा अनौपचारिक सामाजिक वातावरण उपलब्ध कराता है जैसा कि नियमित कक्षा में संभव नहीं हो सकता है|  इसमें स्वतंत्र सामाजिक अंत क्रिया के लिए पर्याप्त अवसर मिलते हैं |
  4. गणित क्लब का गठन-

संरक्षक - डॉ. ए के तिवारी (प्राचार्य )

उप संरक्षक-  श्री एफ यू खान ( उप प्राचार्य )

अध्यक्ष- श्री श्याम ब्रेश, पीजीटी( गणित)

 उपाध्यक्ष- श्री बादाम सिंह बघेल, टीजीटी (गणित)

 सचिव- सुश्री मानसी अग्रवाल, टीजीटी (गणित)

सदस्य- गणित में रुचि रखने वाले विद्यालय के सभी छात्र छात्राएं

  1. उपसन्हार -  इस प्रकार गणित क्लब का गठन विद्यार्थियों में गणित विषय के प्रति रुचि उत्पन्न करने एवं गणित विषय की कठिन अवधारणा को सरलता से समझने एवं दैनिक जीवन में समस्या समाधान में गणित विषय की उपयोगिता से अवगत होने में विद्यार्थियों के लिए लाभदायक सिद्ध होगा।