"शिक्षा समर्पित शिक्षकों, प्रेरित छात्रों और उत्साही और सहायक माता-पिता के बीच एक साझा प्रतिबद्धता है।"
प्रिय दोस्तों जेएनवी झाबुआ-२ एनवीएस अधिकारियों के प्रति बहुत आभारी हूं कि उन्होंने मुझे आदिवासी जिले झाबुआ (एमपी) के ग्रामीण प्रतिभाशाली बच्चों के साथ सेवा करने का अवसर प्रदान किया।
अब एक दिन, स्कूल की भूमिका न केवल अकादमिक उत्कृष्टता को आगे बढ़ाने के लिए है, बल्कि अपने छात्रों को आजीवन सीखने वाले, महत्वपूर्ण विचारक और एक बदलते वैश्विक समाज के उत्पादक हितधारकों के लिए प्रेरित और सशक्त बनाने के लिए भी है। वर्ष 1986 में हमारे पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय श्री राजीव गांधी ने देश के ग्रामीण प्रतिभाशाली बच्चों के शिक्षा स्तर को बदलने के लिए एक दृष्टिकोण प्रस्तुत किया। स्कूल जो मानव संसाधन विकास मंत्रालय के तत्वावधान में नवोदय विद्यालय समिति के सक्षम प्रशासन के तहत चलाया जा रहा है।
जेएनवी झाबुआ २ में हम अपने प्रतिभाशाली छात्रों को बहुआयामी विकास के लिए एक वातावरण प्रदान करते हैं, जहाँ इन ग्रामीण बच्चों को उत्कृष्टता की खोज में अपनी क्षमता को चैनलाइज़ करने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है। यह केवल एक समग्र, छात्र-केंद्रित वातावरण में ही संभव हो सकता है। स्कूल बच्चों में शिक्षाविदों और सह पाठयक्रम गतिविधियों के साथ मजबूत मूल्यों को विकसित करने के लिए सर्वोत्तम संभव प्रयास करने के लिए कड़ी मेहनत कर रहा है।
शिक्षा एक जीवन भर सीखने की प्रक्रिया है। सीखना हर समय होता है; न केवल पूर्व निर्धारित जगह में जिसे स्कूल कहा जाता है। यह घर में होता है, घर और स्कूल के बीच भी होता है। आवासीय सेट अप होने के कारण छात्र अपने छात्रावासों में महसूस करते हैं जैसे घर से दूर घर और विद्यालय का मिशन इसलिए बच्चों को सीखने का माहौल और सीखने वालों के रूप में अवसर प्रदान करना है।
सधन्यवाद
श्रीमती भावना डी. शेलके