हर कोई जानता है कि स्वच्छता ईश्वरीयता के बगल में है। हमारे स्कूल जेएनवी सोनितपुर (बिश्वनाथ) में हर रविवार सुबह सफाई का दिन होता है। छठी से बारहवीं कक्षा के छात्र अपने-अपने
घरों और आसपास की सफाई करते हैं। विद्यालय परिवार को ध्यान में रखते हुए, जहां स्कूल एक जगह है, कोई भी बहुत सी चीजें सीख सकता है। यह छात्रों को एक जिम्मेदार व्यक्ति के
रूप में विकसित होने में मदद करता है और वे दूसरों के लिए स्वच्छता बनाए रखने के लिए रोल मॉडल हैं। इसके अलावा शिक्षण और गैर-शिक्षण प्रोत्साहित करते हैं कचरे को उपयुक्त कूड़ेदानों
में डालना ताकि उनमें कचरे को ठीक से निपटाने की आदत विकसित हो।
अंत में हमारे स्कूल ने क्या करें और क्या न करें का पालन किया-
=> कचरे को ठीक से निपटाने के लिए अपशिष्ट पदार्थ को उपयुक्त कूड़ेदान में डालें।
=> स्कूल की संपत्तियों जैसे कुर्सियों, मेजों, डस्टर और चाक का ठीक से उपयोग करने का ध्यान रखें। =>कक्षा और स्कूल परिसर को साफ रखें।
=> व्यक्तिगत स्वच्छता ठीक से बनाए रखें। =>शौचालयों को साफ और स्वच्छ बनाए रखें।
=> स्कूल की संपत्तियों को मत तोड़ो।
=>विद्यालय की दीवारों पर न लिखें।
=> स्कूल के बगीचे से फूल और पत्ते न तोड़ें।